MISSION JIVDAYARATH
Location: Dhanera city and Dhanera Taluka
Duration: Ongoing basis from 14th February 2021
Beneficiaries: Wild & domestic animals and birds (nearly 1034 till January 2022)
Project cost: INR 16 lakh for one year including vehicle. (Approx)
Ambulance for animal rescue and first aid treatment. Edufun Foundation started the project Jivdayarath – Abol Jiv Seva to give the animals and birds timely treatment. We inaugurated Jivdayarath (An ambulance) on 19th February 2021. After the launch of the ambulance, average three – four animals are being treated daily by Jivdayarath. We were rescued and given proper treatment.
अबोल सेवा - जीवदया रथ
हमारे घरों में, खेतों पर या सार्वजनिक सड़कों पर छोटे वन्य या पालतू पशु – पक्षी को आकस्मिक विज करंट, अन्य जानवरों द्वारा हमले और विभिन्न कारणों से घायल हो जाते हैं। जिनको उचित उपचार प्राप्त नहीं होने से उनके घाव लंबे समय तक खुला रहने के कारण उनके शरीर पर स्थायी विकृति हो जाती है या पीड़ा से मर सकते हैं।
ऐसे जानवर या जीव हमारे ध्यान में आते हैं, लेकिन उचित सुविधाओं की कमी के कारण हम कुछ भी नहीं कर सकते हैं, भले ही हमारे दिल में इनके लिए दया का भाव हो।
वर्तमान में एज्युफन फाउंडेशन ट्रस्ट संस्था की टीम घायल जानवरों जैसे बंदर, नीलगाय, खरगोश, कुत्ते, बिल्ली और पक्षियों जैसे मोर, कबूतर, तोते, बतख आदि को रेस्क्यू कर रही है और उन्हें उचित उपचार दे रही है और सर्जरी के लिए पशु चिकित्सालय या पांजारापोल में निजी वाहन मे ले जाते है वहा पर डॉक्टर द्वारा सर्जरी और उचित उपचार के बाद, उसे चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया है और अधिकांश जानवरों को जीवनदान मिला है।
ऐसे घायल वन्य जानवरों और पक्षियों की ज्यादा कोल आ रहे है और धानेरा के आसपास के करीबन 100 गांव में ऐसे किसी भी कारण से अबोल जीव मरे नहीं और समय पर उचित उपचार प्राप्त हो ऐसे उद्देश्य के साथ घायल मूक पशुओं के लिए एक सुविधाजनक “जीवदया रथ” – अबोल जीवसेवा शुरू कर रहे है। जिसमें आपका सहयोग अपेक्षित है।